और कर्तव्य जीना सिखाता है।।
पर,
जब कार्य भी कर्तव्य बन जाए
तुम सफल हो जाओगे ।।
तुम अक्सर गलतियां करते हो
और क्यों न
आखिर इंसान ही हो ।
कभी उससे सीखते हो कभी टाल देते हो
पर ,
जब तुम अपनी गलती टालोगे नही
और
दुसरो की गलतियो से भी
सीखना शुरू कर दोगे
तुम सफल हो जाओगे ।।
एक लक्ष्य तो होगा ही जीने के लिए
जब गूगल पर अधिकतम खोजो के प्रकार
लक्ष्य के समुच्चय में आ जाये
तुम सफल हो जाओगे ।।
जीवन चलने का नाम है
आज है कल नही
लेकिन संवारना हमे ही है
अपने कर्मो से
स्वर्ग-नरक का तो पता नही
पर
अपनी परिस्थितियों को हम खुद
बनाते है
जब यह देखने मे सक्षम हो जाओगे
तुम सफल हो जाओगे ।।
जब तुम हमेशा खुद को प्रतिद्वंदी मान कर
अभ्यास में जुट जाओगे
और बाहर प्रतियोगी
देखना बन्द करोगे
जब तुम देखोगे कि
बस तुम ही हो जिसे पहले सुधारना है
सर्व जनो के सेवा करने योग्य बनने के लिए
तुम सफल हो जाओगे ।।
जो सुख तुम्हे अभी मिल रहा है
उसे पाने के लिए
जितनी मात्रा में समय व मेहनत
अदा की गई है
जिस दिन इससे अनभिज्ञ नही रहोगे
और जब सुख छोड़कर वही लौटाने की
कोशिश आरम्भ करोगे
हार से नही घबराओगे
तुम सफल हो जाओगे ।।
ऊपर बढ़ते रहने पर
जब तुम्हे अहम नही होगा
खुद को संसार की भौतिक नजरो से
एक कण बस मानोगे
पर,
जब तुम यह भी मानोगे कि
तुम जरूरी हो
निरंतर सकारात्मक बदलाव के लिए
तुम सफल हो जाओगे
जब सबकी जीत तुम्हारी खुशी बन जाये
और उनकी प्रार्थना से तुम्हे सुख मिले
पर
जब अनेको प्रपंच हटाकर
सादगी ही जीवन बन जाये
तब ...तुम सफल हो जाओगे ।।
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